हम इस आर्टिकल में पीसी के धीमे चलने के कारणों के बारे में बताएंगे. साथ ही हम स्लो पीसी को कैसे तेज किया जाए इसके तरीके के बारे में भी जानेंगे.
कंप्यूटर स्लो होने का मतलब है कि आपके सिस्टम में अब पर्याप्त RAM नहीं बची है. ऐसा आपके हार्ड डिस्क पर ढेर सारी टेम्पररी फाइलों के बनने से भी हो सकता है। इसके अलावा यदि आपके पीसी में वायरस आ गया है, या आपके हार्ड डिस्क में पर्याप्त स्पेस नहीं बचा है तो भी पीसी स्लो हो सकता है. आखिर में, डायरेक्ट मेमोरी एक्सेस के डिसेबल हो जाने से भी कंप्यूटर पहले के मुकाबले धीमा चलता है.
यदि आपका पीसी स्लो चल रहा है तो टेम्पररी फाइलें डिलीट करके, डिस्क स्पेस को डिफ्रेगमेंट करके और अपने ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करके आप अपने पीसी की स्पीड बढ़ा सकते हैं. आपको कंप्यूटर पर वायरस भी चेक करके उन्हें हटाते रहना होगा. आखिर में आप अपने कंप्यूटर के रैम को अपग्रेड करके भी देख सकते हैं, इससे भी पीसी की स्पीड सही हो जाएगी.
RAM का मतलब रैंडम एक्सेस मेमोरी से है. कंप्यूटर इसका इस्तेमाल टेम्पररी स्टोरेज मेमोरी के रूप में करता है. जब अलग अलग प्रोग्राम के जरिए अलग अलग टास्क किए जाते हैं तब इस मेमोरी स्पेस का इस्तेमाल होता है। इसलिए आपको हर दिन जो भी काम करना होता है उन्हें करने के लिए रैम में पर्याप्त जगह होनी चाहिए. यदि ये स्पेस कम पड़ जाता है तो आपका कंप्यूटर काम के दौरान या बूटिंग के दौरान धीमा पड़ जाता है.
आमतौर पर कंप्यूटर के स्लो होने के लिए सॉफ्टवेयर को ही दोषी माना जाता है. जबकि कंप्यूटर हार्डवेयर भी पीसी के स्लो होने के लिए उतना ही दोषी होता है. आपके कंप्यूटर पर जो प्रोग्राम इंस्टॉल किए हुए हैं उनके लिए आमतौर पर खास रैम की जरूरत होती है. यदि आपका कंप्यूटर किसी खास प्रोग्राम के इंस्टॉल होने के पहले नॉर्मल स्पीड में चल रहा हो और बाद में धीमा पड़ जाए तो इसका मतलब ये है कि आपके कंप्यूटर सिस्टम को अधिक रैम ऐड करने की जरूरत है. यही नहीं, यदि आपका कंप्यूटर बड़ी फाइलें प्रोसेस करते वक्त बार बार स्लो पड़ जाता है, या कुछ काम करते समय अचानक फ्रीज हो जाता है तो आपको अतिरिक्त रैम ऐड करने की जरूरत है.
कई बार कुछ एेसे कंप्यूटर वर्क्स होते हैं जिनके लिए कंप्यूटर को कई दिनों तक ऑन छोड़ना होता है. इससे आपके हार्ड डिस्क पर टेम्पररी फाइलें बन जाती हैं. संभव है कि इससे आपका पीसी धीमा काम करने लगे.
टेम्पररी फाइलें, इंटरनेट हिस्ट्री, कूकीज वगैरह को डिलीट करने से आपको हार्ड डिस्क में काम करने के लिए अधिक स्पेस मिल जाता है.
यदि आप Windows 10 पर काम करते हैं तो इस पर टेम्पररी फाइलें हटान के लिए आपको टास्क बार में जाकर Disk Cleanup ऑप्शन ढूंढ़ना होगा. फिर इसकी मदद लेनी होगी:
Files to delete ऑप्शन में जाकर उन फाइलों को सलेक्ट कीजिए जिनसे आप छुटकारा पाना चाहते हैं. यदि आपको फाइल के टाइप का डिस्क्रिप्शन चाहिए तो उसे बस सलेक्ट कीजिए. अब काम हो जाने पर अपने चेंजेज को सेव करने के लिए OK को सलेक्ट कीजिए:
जब सारा काम खत्म हो जाए तो अपने डेस्कटॉप पर मौजूद Recycle Bin में जाइए और वहां Empty Recycle Bin को क्लिक कीजिए:
आप अपने सिस्टम पर इकट्ठी हो गई टेम्पररी इंटरनेट फाइलों को भी हटा सकते हैं. इसके लिए Start बटन पर जाइए. वहां Control Panel को ओपन कीजिए, फिर Internet Options को चुनिए. अब Temporary Internet Files सेक्शन में जाकर Delete Cookies > Delete Files को प्रेस कीजिए.
आप अपनी हिस्ट्री डिलीट करने के लिए Clear History ऑप्शन चुनिए. काम हो जाए तो Apply > OK को दबाएं.
अपने कंप्यूटर की स्पीड बढ़ाने का एक और तरीका है कि आप अपनी हार्ड डिस्क को डिफ्रैगमेंट कर लें. ऐसा करने से आपके कंप्यूटर में जितना भी स्पेस मिसमैनेज होकर अलग-अलग जगह विभाजित रहता है, बेकार में पड़ा रहता है , या लॉस्ट स्पेस हैं उनका इस्तेमाल कंप्यूटर फिर से कर सकता है.
टास्कबार में जाकर defrag ढूंढ़ें और डिस्क को ऑप्टिमाइज करने वाले टूल को लॉन्च करें:
आपके सामने जो विंडो ओपन होगा, उसमें अपने हार्ड ड्राइव को सलेक्ट करें और Analyze को क्लिक करें:
रिजल्ट लिस्ट में फ्रैगमेंट फाइलों का प्रतिशत जांच लें. हम सिफारिश करेंगे कि आपके डिस्क का फ्रैगमेंटेसन 5% से नीचे होना चाहिए. हालांकि इसका कोई नियम नहीं है. आप चाहें तो अलग मानक को फॉलो कर सकते हैं.
अब यदि आप अपने डिस्क को डिफ्रैगमेंट करना चाहते हैं तो सबसे पहले Optimize को क्लिक कीजिए. प्रक्रिया पूरी होने पर आपके फ्रैगमेंट किए हुए फाइलों का प्रतिशत 0 होना चाहिए.
My Computer ओपन करें और अपनी लोकल ड्राइव C:\\ को सलेक्ट करें. फिर Windows फोल्डर को सलेक्ट करके, Temp की तलाश करें.
अब माउस की मदद से उस फोल्डर (कंटेन्ट पर नहीं) पर राइट-क्लिक करें और View ऑप्शन में Details को चुनें. उन सभी फाइलों को सलेक्ट करें जो आज की तारीख से काफी पहले की हैं और फिर उन्हें Delete की दबाते हुए हटा दें.
टेम्पररी फाइलों को हटाने का काम खत्म हो जाए तो अपना कंप्यूटर रीबूट करें.
कई बार आपके कंप्यूटर में वायरस, मालवेयर, वॉम या ट्रोजन आने से ये स्लो हो जाता है. कई बार तो काम करते करते अचानक रुक जाता है. हम सुझाव देंगे कि आप इस समस्या को CCM सवाल-जवाब सेक्शन में जाकर पोस्ट करें. हर व्यक्ति का अलग अलग मामला होता है. उसकी के मुताबिक आपको वहां सलाह मिलेगी.
काफी भारी प्रोग्राम ऐड करने से सिस्टम एकदम स्लो हो जाता है. यदि आपका हार्ड डिस्क 2 जीबी का हो तो उसमें कम से कम 250 एमबी फ्री होना चाहिए. जिनके पास अधिक स्पेस वाला हार्ड डिस्क है उन्हें भी कम से कम पूरे स्पेस का 20% खाली छोड़ना चाहिए. इससे आपको कंप्यूटर को फाइल स्वैपिंग और टेम्पोररी फाइलों को रखने के लिए पर्याप्त जगह मिलेगी.
माइक्रोप्रोसेसर के हस्तक्षेप के बिना आपके हार्ड डिस्क और सीडी ड्राइव के बीच डेटा को ट्रांसमिट करने में Direct Memory Access यानी DMA आपकी मदद करता है. लेकिन जिनके कंप्यूटर में Windows XP है वहां बाई डिफॉल्ट ये ऑप्शन नहीं होगा.
इन्हें मैनुअली एनेबल करना हो तो Start > Control Panel > System > Hardware > Device Manager को क्लिक करें.
ATA/ATAPI ऑप्शंस को लिस्ट करने के लिए इसके बगल में स्थित + आइकन को क्लिक करें. अब Primary IDE Channel को सलेक्ट करें. Primary IDE Properties विंडो में Advanced Settings टैब को सलेक्ट करें. इस बात को जांचिए कि क्या Device 0 और Device 1 के लिए Transfer Mode DMA यानि डायरेक्ट मेमोरी एक्सेस एनेबल करता है. चेजेज को कंफर्म करने के लिए OK को क्लिक करें.
अब Secondary IDE Channelको क्लिक करें और Secondary IDE Properties में जाएं. वहां Advanced Settings टैब को सेलेक्ट करें. फिर इस बात को जांचिए कि क्या Device 0 और Device 1 के लिए Transfer Mode DMA एनेबल करता है. जब काम हो जाए तो चेंजेज को कंफर्म करने के लिए OK को क्लिक करें.
लेटेस्ट विंडोज अपडेट करने से सिस्टम के काम में कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा. हालांकि सुरक्षा से जुड़ी खामियों को दूर करने या प्रदर्शन संबंधित परेशानियों को दूर करना जरूर फायदेमंद साबित होगा. अगर लम्बे समय के बारे में सोचें तो आपका सिस्टम लेटेस्ट OS या ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ बेहतर तरीके से काम करेगा.
हमारे कंप्यूटर में ऐसी कई फाइलें होती हैं जिनकी हमें हमेशा जरूरत नहीं पड़ती. लेकिन वे भी कंप्यूटर में अच्छा खासा स्पेस घेरती हैं. वैसी फाइलें जिन्हें माइक्रोसॉफ्ट के NFTS सिस्टम की मदद से क्रिएट किया जाता है, उन ड्राइव फाइलों (आपकी हार्ड ड्रााइव पर General सेक्शन में) को आप कंप्रेस कर सकते हैं. जब आप इस ऑप्शन को एक्टिवेट करते हैं, आपकी फाइलें इस्तेमाल किए जाने के अनुसार कम या ज्यादा कंप्रेस होती रहेंगी.
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