LinkedIn: Connection degree kya hai aur ise upload kaise karein

लिंक्डइन में 'डिग्री ऑफ कनेक्शन' का संबंध यूजर के पेशेवर अनुभव, या उसके रैंक से नहीं है. ये एक तरह की रेटिंग है, जिससे ये पता चलता है कि इस सोशल नेटवर्किंग साइट पर आप किसी यूजर से कितने करीब हैं. और ये भी कि पेशेवर संबंध बढ़ाने हों, तो किससे कनेक्ट कर सकते हैं.

डिग्री ऑफ कनेक्शन के प्रकार

आपका किसी लिंक्डइन यूजर के साथ डिग्री ऑफ रिलेशन क्या है, ये उस यूजर के नाम के ठीक बगल में दिख रहे नंबर से पता चलता है.

* जीरो-डिग्री कनेक्शन: यदि किसी व्यक्ति से आपका या आपके कॉन्टैक्ट का कोई रिलेशन नहीं है, तो इसे जीरो-डिग्री कनेक्शन कहेंगे. यहां तक कि वो लोग, जो आपकी तरह समान इंट्रेस्ट ग्रुप में हैं, पर कोई कॉमन कनेक्शन नहीं है, उन्हें भी जीरो डिग्री कनेक्शन में माना जाएगा.

* फर्स्ट-डिग्री कनेक्शन: आपके कॉन्टैक्ट लिस्ट में मौजूद सारे लोग आपके साथ फर्स्ट डिग्री कनेक्शन में माने जाएंगे. इसका मतलब आपका इनके साथ सीधा और पारस्परिक (म्युचुअल) कनेक्शन है.

* सेकेंड-डिग्री कनेक्शन: इसमें वो लोग होंगे जो आपके फर्स्ट-डिग्री कॉन्टैक्ट्स में से किसी एक या एक से अधिक के साथ कॉन्टैक्ट में हैं.

* थर्ड-डिग्री कनेक्शन: थर्ड-डिग्री कनेक्शन में वो यूजर्स हैं जिनके कॉन्टैक्ट लिस्ट में वैसा कोई शख्स है जो आपके सेकेंड-डिग्री कनेक्शन लिस्ट में है. इसका मतलब धर्ड-पार्टी कॉन्टैकेट के कारण आप इस यूजर से एक इनडायरेक्ट कनेक्शन होता है.

डिग्री ऑफ कनेक्शन का मकसद क्या है?

डिग्री, लिंक्डइन का एक सिस्टम है. ये सिस्टम बेब पर लोगों को सजेस्ट करता है, कि आप अभी उनके साथ कॉन्टैक्ट में हैं, या नहीं. इससे उन लोगों के करियर के बारे में पता लगाया जा सकता है जिनसे आप प्रेरित हो सकते हैं और वो आपको काम पर रख सकते हैं, या यदि आप इम्पलॉयर हैं तो आप उन्हें काम पर रख सकते हैं.

उदाहरण के लिए, यदि आपने अपने पर्सनल इनफॉरमेशन में उस स्कूल को ऐड किया है, जहां आपने पढ़ाई की है (फर्स्ट डिग्री कनेक्शन), LinkedIn आपको जॉन (सेकेंड-डिग्री कनेक्शन) के बारे में बताएगा, क्योंकि वो स्कूल के लिए एक कॉन्टैक्ट है और उसका आपके साथ पेशेवर संबंध संभ है. इसके अलावा आपको संभवतः X कंपनी (जो थर्ड-डिग्री कनेक्शन होगा) दिखाई जाए क्योंकि ये जॉन के कॉन्टैक्स में होगा. आप जॉन को नहीं जानते, लेकिन संभवतः आपके कुछ कॉमन दिलचस्पियां या हित हों. और जॉन इस थर्ड-डिग्री पर्सन या कंपनी को आपके लिए किसी तरीके से फायदेमंद बना दे. और कौन जाने, उसे भी कोई जॉब ऑफर मिल जाए.

डिग्री ऑफ कनेक्शन की मदद से लोगों को कैसे कॉन्टैक्ट करें

* जीरो-डिग्री कनेक्शन: आप इस यूजर को InMail मैसेज भेज सकते हैं.

* फर्स्ट-डिग्री कनेक्शन: आप इस यूजर को प्राइवेट मैसेज के जरिए सीधा संपर्क कर सकते हैं.

* सेकेंड-डिग्री कनेक्शन : आप InMail मैसेज का प्रयोग कर सकते हैं, या Connect ऑप्शन के जरिए उन्हें अपने कॉन्टैक्ट लिस्ट में आने का इनविटेशन भेज सकते हैं.

* थर्ड-डिग्री कनेक्शन: आप इस यूजर को तभी संपर्क कर सकते हैं, जब उनकी प्रोफाइल ओपन हो. प्रोफाइल ओपन होगी तो आपको उनका नाम और सरनेम दिखाई देगा. अगर आपको केवल नाम दिख रहा है, लेकिन कनेक्ट करने का ऑप्शन नहीं दिख रहा, तो इसका मतल उनकी प्रोफाइल प्राइवेट है. लेकिन परेशान न हों, आप उन्हें InMail मैसेज भेज सकते हैं.

डिग्री को कैसे बढ़ाएं

जैसा कि हमने शुरुआत में ही बताया, डिग्री से किसी यूजर के पेशेवर अनुभव का पता नहीं चलाया जा सकता. और ना ही कोई डिग्री को ऊपर या नीचे कर सकता है, क्योंकि इसका कोई कॉन्सेप्ट ही नहीं बनाया गया है. डिग्री ऑफ कनेक्शन, आपका दूसरे यूजर्स के साथ संपर्क कैसा है, केवल ये बताता है. आप चाहें भी तो इसे फर्स्ट या किसी दूसरी डिग्री तक बढ़ा या घटा नहीं सकते.

वैसे, यहां एक बात साफ करना जरूरी है कि यदि आपके पास ढेर सारी फर्स्ट डिग्री है, तो इससे आपका प्रोफेशनल स्टेटस दमदार नहीं माना जाएगा. हां, इससे नेट सर्फ करते समय आपके निजी हित जरूर पूरे होते हैं, जैसे कि आपको किसी अच्छी प्रोफाइल या नौकरी को खोजने में मदद मिल सकती है.

फर्स्ट डिग्री कनेक्शन होने के फायदे

आपके पास फर्स्ट डिग्री कनेक्शन होने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि आप किसी को डायरेक्ट मैसेज भेज सकते हैं. किसी नौकरी में भर्ती, या कोई सलाह-मशविरे के जरूरत के समय ये काफी काम का साबित हो सकता है. इसके अलावा बहुत सारे लोगों के साथ फर्स्ट डिग्री का कनेक्शन होने से लिंक्डइन ज्यादा से ज्यादा लोगों को आपको सजेस्ट करता है, जो आपके काम आ सकते हैं. फर्स्ट डिग्री में कॉन्टैक्ट का नेटवर्क बढ़ने से सेकेंड और थर्ड डिग्री में नए लोगों को सजेस्ट करने का दायरा भी बढ़ जाएगा.

इसी तरह से, आप अपने कॉन्टैक्ट के कॉन्टैक्ट लिस्ट में सजेशन के रूप में दिखेंगे. यदि आप अपना प्रोफाइल विजबल बनाना चाहते हैं, तो इससे होगा ये कि जितने अधिक लोगों को आप ऐड करेंगे, उतने ही अधिक लोग आपको देखेंगे. वैसे ये बात हमेशा याद रखें कि लिंक्डइन का मकसद लोकप्रियता हासिल करना नहीं है बल्कि नौकरी या काम ढूंढना है. इसलिए अपने कॉन्टैक्ट्स का चुनाव अच्छे से करें ताकि नेटवर्क से मिलने वाले सजेशन प्रभावशाली हों. प्रोफेशनल सेक्टर से ढेर सारे यूजर्स को कॉन्टैक्ट्स में रखने का कोई फायदा नहीं है. ये भी याद रखें कि हम जब भी यूजर्स के बारे में बात करते हैं, तो वो कोई एक शख्स हो सकता है, या काम के लिए लोगों की तलाश में कोई कंपनी या कोई संस्था.

Photo – 123rf.com.

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