आपको शक तो नहीं कि आपके स्मार्टफोन की जासूसी हो रही है और आपके मैसेज और निजी जानकारियों पर नजर रखी जा रही है? हो सकता है कि आपके एंड्रॉयड फोन में कोई स्पाइवेयर एक्टिव हो. इसे जानने के तीन तरीके हैं.
स्पाइवेयर एक तरह का वायरस है जो कंप्यूटर, स्मार्टफोन, टैब्लेट जैसे उपकरणों पर हो रही गतिविधि को मॉनीटर कर सकता है. इन्हें किसी मोबाइल फोन में इंस्टॉल करके फोन से पर्सनल डेटा चुराए जा सकते हैं. ये एसएमएस, ई-मेल, वेब, या यहां तक कि वॉयस के जरिए सेंड-रिसीव होने वाले मैसेज या कंटेन्ट में भी गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं.
इस तरह के प्रोग्राम्स पेरेंटल कंट्रोल ऐप के अंतर्गत आते हैं. इससे माता-पिता अपने बच्चों की मोबाइल एक्टिविटी पर नजर रखते हैं. हालांकि, इनका इस्तेमाल कंपनियां या हैकर्स भी करते हैं. जो भी हो, ये देखना रोचक होगा कि कहीं आपके एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर कोई स्पाइवेयर तो इंस्टॉल नहीं किया गया है.
स्पाइवेयर अक्सर उन सोर्स से डाउनलोड किए जाते हैं जो ऑफिशियल गूगल प्ले स्टोर के नहीं होते. आप इन्हें वैध तरीके से किसी इंटरमीडिएट ऐप्लिकेशन के जरिए इंस्टॉल कर लेते हो. एक बार ये आपके स्मार्टफोन में आ जाएं, तो ये ऐप्लिकेशंस आपसे किन्हीं अज्ञात सोर्स से दूसरे ऐप्लिकेशन को इंस्टॉल करने की इजाजत मांगते हैं. इस तरह के रिक्वस्ट यदि आ रहे हैं, तो आपको शक हो सकता है.
यदि आप इस बात को चेक करना चाहते हैं कि अज्ञात सोर्स से इंस्टॉलेशन आपके फोन पर एनेबल तो नहीं किया हुआ है, अपने एंड्रॉयड फोन की Settings को ओपन कीजिए. पर्सनल सेक्शन में जाकर Security को क्लिक करें. अब Unknown Sources नाम के सेक्शन में स्क्रॉल करते हुए नीचे जाइए. यहां चेक कीजिए कि ऑथराइजेशन (ग्रे बटन) डिएक्टिव किया हुआ है, या नहीं:
जब आप किसी अज्ञात सोर्स से ऐप्लिकेशन इंस्टॉलेशन को एनेबल करना चाहते हैं, एंड्रॉयड आपके इससे होने वाले डेटा की हानि या नुकसान की चेतावनी भरा मैसेज देता है. ऐसे में आप Cancel बटन दबाइए, या अपने रिस्क पर validate the activation बटन क्लिक कीजिए:
ये संभव है कि इंस्टॉलेशन स्पाइवेयर आपके स्मार्टफोन को जेलब्रेक कर रहा हो, इसे अनक्लैम्पिंग ऑपरेशन या रूट भी कहते हैं. इससे आपके ऑपरेटिंग सिस्टम को आसानी से एक्सेस किया जा सकता है, जो सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक है.
RootChecker ऐप्लिकेशन इस बात की पुष्टि करता है कि आपकी डिवाइस जेलब्रोकेन (रूटेड) नहीं है. आप गूगल प्ले स्टोर में सर्च बार में जाकर root checker देख सकते हैं. इ रूट चेकर ऐप को वहां से अपने फोन में इंस्टॉल कीजिए और फिर ओपन कीजिए:
परमिशन की रिक्वेस्ट करने के बाद, Get Started बटन क्लिक कीजिए. अब Check Root टैब में जाकर Check Root Status बटन दबाइए:
ये ऐप्लिकेशन कुछ ही सेकेंट में बता देगा कि आपका फोन जेलब्रोकेन है या नहीं. यदि आपको Sorry! Root access is not properly installed on this device मैसेज मिले तो समझ लीजिए कि आपकी डिवाइस को रूट नहीं किया गया है:
यदि उन्हें किसी अज्ञात सोर्स से इंस्टॉलेशन या फिजिकल जेलब्रोकेन की जरूरत नहीं है, तो इसका मतलब इस स्पाइवेयर को पकड़ना ज्यादा मुश्किल है. कभी कभी ये किसी जेनरिक ऐप की तरह दिखते हैं जिन्हें आप इंस्टॉल करते हैं और उन्हें एक्सेस की परमिशन देते हैं.
इन्हें पकड़ने के लिए आपने अपने जिन मोबाइल ऐप्स को परमिशन दी है, उन्हें चेक कीजिए. अपने स्मार्टफोन पर Settings को चेक कीजिए. Device सेक्शन में जाकर Applications को प्रेस कीजिए. एंडवांस सेटिंग को एक्सेस करने के लिए ऊपर दहिनी ओर मौजूद गियर आइकन को क्लिक कीजिए. इसके बाद Authorized. Apps ऑप्शन को क्लिक कीजिए:
इसके बाद आपको अपने कॉन्टैक्ट्स, अपने कैमरे, अपने माइक्रोफोन और अपने फोन के एसएमएस का एक्सेस का अधिकार मिल जाएगा:
सेक्शन, उदाहरण के लिए एसएमए, को क्लिक कीजिए जिसपर आप कंट्रोल करना चाहते हैं. इसके बाद इस बात की जांच कर लें कि आप उस सारे ऐप्लिकेशंस को पहचानते हैं जो आपके एसएमएस को एक्सेस करते है. यदि जरा सा भी शक हो तो उस ऐप्लिकेशन के नाम को हमारे फोरम में जाकर खोजिए या अपने पसंदीदा सर्च इंजिन में, ताकि ये पता चल सके कि ये खतरनाक है, या सुरक्षित:
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