कैम्ब्रिज एनालिटिका विवाद सामने आने के बाद Facebook ने स्वीकार किया कि इस कंपनी ने 870 लाख फेसबुक यूजर्स की निजी जानकारियां शेयर की हैं. इस मामले में काफी आलोचना झेल रहे फेसबुक पर अब इस बात का दबाव बढ़ गया है कि वो अपने यूजर्स के डाटा मामले में पारदर्शिता बढ़ाए. इसीलिए उसने हाल ही में ये पता लगाने के लिए कि कैम्ब्रिज एनालिटिका की ओर से यूजर की निजी जानकारियां शेयर हुई हैं या नहीं, एक आसान तरीका शुरू किया है.
साथ ही, आम यूजर्स की डाटा से जुड़ी चिंताओं को देखते हुए, फेसबुक उन ऐप्स और वेबसाइट की पहचान करने का तरीका लेकर आया है जिन्हें आपने फेसबुक लॉग-इन करते हुए अपनी सहमति दी है. अब ये ऐप्स और वेबसाइट भी आपसे सहमति मिलने के बाद आपके डाटा पर सीमित एक्सेस कर पाएंगे. नया अकाउंट ऑप्शन आने के बाद अब इन सेक्युरिटी सेटिंग्स को ढूंढ़ना और उन्हें संभालना पहले से आसान हो गया है.
कैम्ब्रिज एनालिटिका ने कहीं आपकी जानकारियों का इस्तेमाल तो नहीं किया, ये पता करने के लिए आप इस लिंक को क्लिक करें. अब Was my information shared? सेक्शन में जाएं. यहां आप पाएंगे कि फेसबुक ने आपकी प्रोफाइल के आधार पर एक कस्टम रेस्पॉन्स कंफिगर किया है:
यदि आप यहां "This Is My Digital Life," में हिस्सा लेते हैं तो आपको जानकारी मिलेगी. नहीं तो, फेसबुक कंफर्म करेगा कि आपका कोई भी डाटा शेयर नहीं हुआ है.
ध्यान रखें कि यदि आपके किसी भी फेसबुक फ्रेंड ने "This Is My Digital Life," में हिस्सा लिया है तो ये संभव है कि आपकी कुछ बुनियादी जानकारियां, जैसे कि जन्मतिथि, जन्म स्थान जैसी जानकारियां शेयर की गई हों. यदि ऐसा हुआ है तो जब आप ऊपर दिया हुआ लिंक ओपन करेंगे तो फेसबुक इस बारे में आपको कंफर्म करेगा.
कौन सी वेबसाइट और ऐप्लिकेशंस की आपके फेसबुक डाटा तक पहुंचे है, ये जानने के लिए यहां क्लिक करें और Apps and Websites पन्ना ओपन करें. इस पन्ने पर आप सुनिश्चित कर पाएंगे कि आपने फिलहाल एक्टिवेटेड कुछ ऐप्स और वेबसाइट के लिए Active टैब को सलेक्ट किया हुआ है. यदि इस लिस्ट में कोई ऐप या वेबसाइट दिखाई देती है, तो उन्हें केवल वही जानकारियां मिल सकती हैं जिन्हें शेयर करने की आपने सहमति दी है:
यहां इस पेज पर हर ऐप या वेबसाइट के नीचे दिए गए ऑप्शन View and edit को सेलेक्ट करने पर एक नया विंडो खुलेगा जहां वो सारी जानकारियां दिखेंगी जिन्हें आपने सलेक्टेड सर्विस के साथ शेयर की हैं:
यहां आप ऐप/वेबसाइट की विजिबलिटी को आसानी से मैनेज कर सकते हैं और ऐप/वेबसाइट के साथ जो भी डाटा शेयर किए गए हैं उन्हें एक्सेस कर सकते हैं. ऐप/वेबसाइट जो भी एक्शन लेते हैं, उन्हें देख सकते हैं और ऑथराइजेशन को खत्म या बदल सकते हैं:
इस पेज के शीर्ष पर स्थित Expired टैब आपको बताएगा कि कौन सा कनेक्शन अब समाप्त हो गया है. इसका मतलब ये हुआ कि जैसे ही कनेक्शन समाप्त हुआ, ये ऐप और वेबसाइट अब कोई नई जानकारी एक्सेस नहीं कर सकते हैं. ध्यान रखें कि अभी भी आप इन सर्विसेज में लॉग-इन करने के लिए अपने फेसबुक अकाउंट का इस्तेमाल कर सकते हैं.
पेज के टॉप पर स्थित Removed टैब उन सारे ऐप्स और वेबसाइट को दिखाएगा जिन्हें आपने हटा दिया है. ये सर्विसेज भी आपके उन डाटा को ही एक्सेस कर सकता है जिन्हें आपने पहले शेयर किया था. वे अब किसी तरह का नया डाटा रिक्वेस्ट नहीं कर पाएंगे.
फेसबुक डाटा प्राइवेसी विवाद से कई लोग असहज हो गए हैं. क्या आप भी इस वजह से अपना फेसबुक अकाउंट डिलीट करना चाहते हैं. तो ऐसा सोचने वाले आप अकेले नहीं हैं.
अपना फेसबुक अकाउंट डिलीट करने के लिए आपके पास दो विकल्प हैं: अस्थायी और स्थायी रूप से अकाउंट हटाना. अस्थायी रूप से या हमेशा के लिए अपना फेसबुक अकाउंट कैसे डिलीट करें, ये जानने के लिए आप इस पेज पर जाएं.
अपना अकाउंट पूरी तरह डिलीट करने से पहले, शायद आप चाहेंगे कि फेसबुक से अपनी सारी जानकारियां रिट्रीव कर लें. इसके लिए इस पेज पर जाएं. यहां आपको बताया जाएगा कि आप कैसे अपने फेसबुक डाटा को अपने मोबाइल डिवाइस या अपने कंप्यूटर पर डाउनलोड कर सकते हैं.
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