हाल के वर्षों में, ऑनलाइन क्लासेज का चलन बढ़ गया है. इसकी मदद से दूर बैठे लोग भी सीखने-पढ़ने लगे हैं. छात्रों को नए अवसर मिल रहे हैं और पेशेवरों को आगे के अध्ययन के लिए मौका मिल रहा है. ऑनलाइन सीखने के इन ऑनलाइन अवसरों को दो प्रमुख श्रेणी में बांटा जा सकता है: बड़े ओपन ऑनलाइन कोर्स, या MOOCs, और छोटे प्राइवेट ऑनलाइन कोर्स, या SPOCs.
पेशेवरों के लिए इन प्राइवेट ऑनलाइन कोर्स के क्या फायदे हैं? ये क्लासेज कैसे किसी कर्मचारी का कौशल बढ़ाते हैं? तो हम आपके जहन में उठने वाले सारे सवालों का जवाब लेकर प्रस्तुत हैं.
हालांकि एकदम समान होने के बावजूद यदि ऑडिएंस और सीखने के माहौल की बात करें तो MOOC और SPOC में थोड़ा फर्क है.
MOOC या मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स विश्वविद्यालय स्तर के ऑनलाइन कोर्स हैं जो आम लोगों के लिए खुले हुए हैं. ये वेब के जरिए उन्हें असीमित भागीदारी का मौका देते हैं. इन बड़े ओपन ऑनलाइन कोर्स की मदद से लोगों को अपने अकादमिक विकास के लिए वेब लेक्चर, ऑनलाइन मटीरियल और यहां तक कि कुछ ऑनलाइन फोरम की भी सुविधा मिलती है.
लेकिन MOOC में एक कमी है. लर्नर आमतौर पर इसका सपोर्ट नहीं करते. भागीदारों की बड़ी संख्या होने के कारण, किसी विषय में व्यक्तिगत रूप से ध्यान देने की जो जरूरत होती है, वो मिलना मुश्किल होता है.
SPOC या स्मॉल प्राइवेट ऑनलाइन कोर्स MOOC से काफी मिलते जुलते हैं. ये सभी जरूरी सामग्री के साथ छात्रों को यूनिवर्सिटी स्तर की ऑनलाइन क्लास की सुविधा देते हैं. SPOC खासतौर से कम यानी करीब 20-30 भागीदारों के लिए होती है.
विशेष ऑनलाइन प्रशिक्षण पाने का SPOC एक व्यापक जरिया है. यह कंपनी के लिए खास है. इनके कोर्स का साइज मैनेज करने योग्य होता है. पेशेवरों को जिस ध्यान और प्रशिक्षण की जरूरत होती है, उन्हें मिलती है चाहे वे जहां भी रहते हों. कर्मचारियों के विकास के लिए प्रशिक्षण देने का यह तरीका बेहद प्रभावी है. यह उन कंपनियों के लिए भी उपयोगी है जिनका बजट काफी तंग होता है.
SPOCs से पारंपरिक लर्निग विधियों की तुलना में कई सारे फायदे हैं. यह किफ़ायती है. SPOC यात्रा और आवास से जुड़े खर्च को कम करने में मदद कर सकता है. इसके फ्लेक्सिबल कुरिकलम की वजह से आप अपने अन्य दैनिक कामों को आसानी निपटा सकते हैं. SPOC बेहद मजबूत लर्निग सपोर्ट देता है और ये खास ट्रेनिंग की जरूरतों से मेल खाने के लिए अपनाए जा सकते हैं. इसके प्रतिभागियों (एक प्रमाणित प्रशिक्षण संगठन के कोर्स) को डिप्लोमा या प्रमाणपत्र भी दे सकता है. अलग अलग विभागों के कर्मचारियों को उनकी कंपनी के भीतर ही विभिन्न भूमिका निभाने में प्रशिक्षित किया जा सकता है.
यदि आप खुद ही SPOC को आयोजित करने में रुचि रखते हैं, तो शुरू करने से पहले आपके लिए कुछ सुझाव.
सबसे पहले तो, अपने बिजनेस और कर्मचारियों की जरूरत को जानें. इसमें कर्मचारियों और विभाग से जुड़े कई तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल होंगे. खुद से पूछिए कि क्या विभिन्न सेवाओं के बीच सहयोग की भावना मौजूद है.
इसके बाद, अपना बजट देखिए. अब पहले अच्छे से सोच लीजिए कि क्या आप इन ऑनलाइन कोर्सेज में निवेश करना चाहते हैं और लंबी अवधि में क्या इस निवेश से कोई बदलाव आएगा. इन ऑनलाइन क्लासेज में अपने प्रतिभागियों को आप कैसे इनाम देंगे? क्या आप उन सभी को पुरस्कृत करेंगे?
आपको इन ऑनलाइन क्लासेज के लिए एक खास लोकेशन को तय करना होगा. अधिकांश मामलों में SPOC को real-time में किया गया. इस बात को सुनिश्चित कर लें कि बेहतर स्थिति में प्रशिक्षण कार्यक्रम को फॉलो करने के लिए प्रतिभागियों के पास आवश्यक संसाधन हों: मीटिंग के लिए एक बड़ा कमरा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए सबके पास अपना स्क्रीन, शैक्षणिक संसाधन और दूसरे डिजिटल टूल्स. आपको व्यक्तिगत इंटरव्यू के लिए समय भी देना होगा ताकि ट्रेनर हर प्रतिभागी के प्रगति का आकलन कर सके.
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