जब कभी आप वेब ब्राउज कर रहे होते हैं तो अक्सर अनजाने मे अपनी निजी जानकारियां भी शेयर कर देते हैं. इसीलिए ये जरूरी है कि आपकी जानकारियों का कोई गलत फायदा ना उठा ले, इसे सुनिश्चित किया जाए. यह सुनिश्चित करने का एक उपाय ये है कि आप जिस वेबसाइट को ब्राउज कर रहे हैं वो सुरक्षित हो. इस ट्यूटोरियल में हम आपको बताएंगे कि आप ये कैसे जांच सकते हैं कि वेबसाइट सुरक्षित है या नहीं.
कोई वेबसाइट कितनी सुरक्षित है इसका पता लगाने का एक अचूक तरीका है. आप जांचें कि उस वेबसाइट के पास SSL सर्टिफिकेट है कि नहीं. जब आपका डाटा आपके ब्राउजर से वेबसाइट के सर्वर की ओर जाता है तब एसएसएल सर्टिफिकेट आपके डाटा को सुरक्षा प्रदान करता है. सर्टिफिकेट पाने के लिए साइट की कंपनी को एक वेलीडेशन प्रक्रिया से गुजरना जरूरी होता है. इसलिए यह सर्टिफिकेट उसी वेबसाइट के पास होता है जो सबसे सुरक्षित मानी जाती है. पर आपको कैसे पता लगेगा कि जिस वेबसाइट को आप यूज कर रहे हैं उस को यह सर्टिफिकेट मिला है या नहीं? इसके लिए बस आप इसके यूआरएल पर एक नजर डालें. यदि ये यूआरएल https से शुरू होता है तो इसका मतलब है कि साइट के पास एसएसएल सर्टिफिकेट है. इसके विपरीत यदि यह http से शुरू होता है तो इसका मतलब है कि इस वेबसाइट के पास सर्टिफिकेट नहीं है:
सबसे पहले तो ये सुनिश्चित कर लें कि वह डोमेन कंपनी की असली वेबसाइट है और केवल मिलता जुलता यूआरएल ऐड्रेस ही नहीं है. कई बार एक जैसे नाम वाली कई सारी वेबसाइट होती हैं. इसके लिए कंपनी का सही नाम और उसका ट्रेडमार्क लोगो को पता होना भी जरूरी होता है. अगर साइट पर यह सभी जानकारी सही तरीके से लिखी है तो वो साइट कंपनी की है. प्रॉपर्टी सर्च मे ऐसा अक्सर होता है. फर्जी वेबसाईटें ओरिजिनल के नीचे रैंक होती हैं. आप गूगल सर्च के बावजूद गलत साइट पर चले जाते हैं. स्वयं अपना फोन नंबर और नाम उनको दे आते हैं और शुरू हो जाता है स्पैम कॉल आने का सिलसिला.
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