आमतौर पर हम पावर प्वाइंट स्लाइड जैसे विजुअल कंटेन्ट की मदद से ओरल प्रेजेन्टेशन या मौखिक प्रस्तुति देते हैं. लेकिन यह तब सिरदर्द बन जाता है जब हम सभी तकनीकी पहलुओं को नियंत्रण में नहीं रख पातें. ऐसे में हमें कौन सी सावधानी बरतनी चाहिए? कौन से उपकरण हैं जिनकी हमें ज्यादा जरूरत होगी? किस तरह के कनेक्शन/केबल ज्यादा उपयोगी रहेंगे? डिस्पले सेटिंग कैसी होनी चाहिए? आइए जानें.
कंप्यूटर और लैपटॉप के अलावा प्रेजेन्टेशन के लिए कई दूसरे डिवाइसों की जरूरत होती है.
कंपनियों, संस्थानों और बड़े बड़े स्कूलों में कांफ्रेंस रूम में आमतौर पर वीडियो प्रोजेक्टर मौजूद होते हैं. यदि आप अपना वीडियो प्रोजेक्टर लाना चाहते हैं तो अच्छा होगा कि इसे आप निम्नलिखित बिन्दुओं का ध्यान रखें कि इसका वजन कम होना चाहिए. ब्राइटनेस अच्छी हो, 4:3 रेजोल्यूशन होना चाहिए.
निम्न प्रकार की स्क्रीन होती हैं - वाल-माउंटेड स्क्रीन, पुल-डाउन स्क्रीन, मोटराइज्ड स्क्रीन और मोबाइल स्क्रीन (स्टैंड पर). पर स्क्रीन का साइज कमरे के साइज पर निर्भर करेगा.
स्मार्टफोन ऐप्लिकेशन स्लाइडों पर स्क्रॉल करने के लिए मोबाइल फोन का एक रिमोट कंट्रोल के रूप में प्रयोग करने में मदद करता है. इसके लिए आप Gmote और कीनोट रिमोट ऐप यूज कर सकते हैं.
सुझाव है कि हाई डेफीनिशन में प्रेजेन्टेशन देने के लिए HDMI आउटपुट का प्रयोग करें. व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले दूसरे कनेक्शन मानक. हैं वीडियो फॉर्मेट. मैक मालिकों के लिए प्रोजेक्ट को मैक से जोड़ने के लिए एक एडॉप्टर की जरूरत होती है. एक वायरलेस प्रोजेक्टर (WiFi) भी होता है.
एक बार प्रोजेक्ट जब आपके कंप्यूटर से कनेक्ट हो जाए, तो कई तरह के डिस्पले मोड उपलब्ध हो जाते हैं (विंडोज की + P को दबाएं):
डुप्लिकेट स्क्रीन: कंप्यूटर स्क्रीन और प्रोजेक्टर स्क्रीन में एक ही कन्टेन्ट प्रदर्शित होता है.
एक्सटेंडेड: प्रोजेक्टर स्क्रीन के एक्सटेंशन के रूप में काम करता है.
केवल प्रोजेक्टर: कंटेन्ट केवल प्रोजेक्टर स्क्रीन पर डिस्पले होता है.
निम्नलिखित की कॉम्बिनेशन का प्रयोग करें: Fn + F5
System Preferences में जाएं. फिर Hardware सेक्शन में Displays को क्लिक करें. डिस्पले सेटिंग को एडजस्ट करने के लिए Layout टैब पर जाएं.
यदि आप पावरपॉइंट स्लाइड शो का प्रयोग करने जा रहे हैं तो कुछ बातों को ध्यान में रखें. हर स्लाइड पर 1 से 2 मिनट सेव करें. प्रत्येक स्लाइड पर कम से कम टेक्सट रखे और विजुअल कंटेन्ट पर अधिक ध्यान दें.
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