विश्व की दिग्गज स्मार्टफोन मेकर कंपनी ऐप्पल के मैक कम्प्यूटर्स में जल्दी ही इंटेल प्रोसेसर की जगह खुद तैयार की गई सिलिकॉन चिप्स लेने वाली है. वर्चुअल वर्ल्डवाइड डेवेलपर कॉन्फ्रेंस 2020 में iOS 14 का ऐलान करते वक्त कंपनी ने ये जानकारी दी. उसने बताया कि अपने प्लान के मुताबिक अगले 2 सालों में मैक डिवाइसेज में इंटेल प्रोसेसर की जगह ऐप्पल सिलिकॉन चिप्स ले लेंगे. बता दें कि कंपनी पिछले 14 सालों से इंटेल का इस्तेमाल कर रही है. आइए आज इस आर्टिकल में जानते हैं कि ये Apple Silicon क्या चीज है, ऐप्पल इंटेल को क्यों हटा रही है. और क्या आपको ऐप्पल सिलिकॉन मैक खरीदना चाहिए.
ध्यान दें: नवंबर में हो रहे अगले ऐप्पल इवेंट में पहला ऐप्पल सिलिकॉन मैक्स पेश होगा. हम उसके अनुसार अपना आर्टिकल अपडेट करते रहेंगे!
ऐप्पल अपने ए सीरीज वाले आईफोन और आईपैड्स के लिए कई सालों से अपना कस्टम ARM-बेस्ड चिप्स बना रही है. ऐप्पल का पहला SoC (सिस्टम ऑन ए चिप) A4 था, ये 2010 का प्रोडक्ट है. ARM का मतलब Advanced RISC Machine. इस चिप की बुनावट इंटेल से अलग है, जो CISC (Complex Instruction Set Computing) पर आधरित है.
ऐप्पल ने अपनी बात दोहराई है कि वो ARM नहीं अपने कस्टम Apple Silicon की ओर बढ़ रही है. जहां ऐप्पल का SoCs, ARM पर आधारित है, ऐप्पल सिलकॉन की अपनी पहचान है. ARM वाले चिप्स को कम ट्रांजिस्टर की जरूरत होती है. इससे इसकी कीमत कम हो जाती है, बिजली की खपत भी कम होती है और गर्मी कम पैदा होती है. इन खूबियों को देखकर लगता है कि ऐप्पल जल्दी ही ऐसे दमदार डिवाइसेज बनाएगा जो अपने पहले के प्रोडक्ट की तुलना में हल्के और पतले होंगे.
ऐप्पल के सीईओ टिम कुक ने अपना कस्टम सिलकॉन तैयार करने की योजना की जानकारी देते हुए कहा कि ऐसा करने से ऐप्पल “ज्यादा बेहतर प्रोडक्ट” तैयार कर सकेगा. ये प्रोडक्ट यूजर्स को “नए लेवल” पर ले जाएंगे. उन्होंने बताया कि ये “मैक के लिए बड़ी छलांग होगी”. ये उसी तरह का मूव होगा जब ऐप्पल साल 2005 में PowerPC छोड़कर इंटेल की ओर बढ़ा था. ऐप्पल ऐसे मैक्स क्रिएट करना चाहता है जिसमें बेहतर पावर मैनेजमेंट होगा, प्रति वॉट परफॉर्मेंस बेहतर होगा और बैटरी लाइफ अच्छी होगी.
इंटेल छोड़ने से, ऐप्पल को अपने सिलिकॉन चिप्स के लिए अब किसी थर्ड पार्टी पर निर्भर होने की जरूरत नहीं रहेगी. अब कंपनी का हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर एक ही जगह तैयार होगा. इससे मैक्स किस तरह का होगा, इस पर कंपनी का पूरा नियंत्रण हो जाएगा. साथ ही साथ, ऐप्पल अपनी मर्जी के अनुसार अपडेट रिलीज कर सकेगा. यही नहीं, वो मशीन लर्निंग, न्यूरल इंजिन और एडवांस्ड पावर मैनेजमेंट जैसे खास नए फीचर्स को लागू भी आसानी से कर सकेगा.
इंटेल बेस्ड डिवाइसेज की तुलना ऐप्पल के उन आईफोन्स और आईपैड्स से की जा सकती है, जिनमें मौजूदा ARM बेस्ड चिप्स में होते हैं. Macrumors ने जब Geekbench 5 का उपयोग करते हुए टेस्ट किया तो पता चला कि iPad Pro (with a A12Z Processor) का परफॉर्मेंस 13 इंच MacBook Pro और MacBook Air दोनों के मुकाबले अच्छा था.
Apple Silicon Developer Transition Kit से बेंचमार्क स्कोर लीक हुए हैं, जिसमें वही A12Z बायोनिक चिप का इस्तेमाल किया गया है. सिंगल-कोर टेस्ट में करीब औसतन 800 प्वाइंट्स और मल्टीकोर के लिए औसतन 2780 प्वाइंट्स दिए. ये याद रखना होगा कि टेस्ट ऐप्पल के Rosetta 2 एमुलेटर की मदद से डेवलपमेंट किट (ये आम लोगों के इस्तेमाल के नहीं है) पर किया गया है, जिसने परफॉर्मेंस को प्रभावित किया होगा क्योंकि मूलरूप से ये काम नहीं कर रहा था.
अंत में, ये कहना कि इंटेल या एएमडी प्रोसेसर की तुलना में ऐप्पल सिलिकॉन का परफॉर्मेंस कैसा होगा, अभी जल्दबाजी होगी. वैसे आईपैड प्रो को देखें, तो पहले संकेत और लीक हुआ बेंचमार्क काफी उत्साहित करने वाले हैं.
ऐप्पल ने खुलासा किया है कि पहला ऐप्पल सिलिकॉन 2020 के आखिर में रिलीज हो जाएगा. हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि किस डिवाइस में ऐप्पल सिलिकॉन सबसे पहले आएगा. हां, बाजार में ये अफवाह जरूर है कि ये नया 13 इंच का MacBook Pro (या 14 इंच वाला मैकबुक प्रो), या रीडिजाइन किया हुआ iMac (क्योंकि आईमैक काफी दिनों से फिजिकली अपडेट नहीं किया गया है) हो सकता है.
जो भी मैक ऐप्पल सिलिकॉन के साथ रिलीज होता है, उम्मीद है कि ऐप्पल अब अपनी पूरी क्षमता दिखा सकता है.
ऐप्पल का कहना है कि वह अगले कई वर्षों तक इंटेल बेस्ड मैक को सपोर्ट करने वाला है. कंपनी ने निश्चित तौर पर ये नहीं बताया कि कितने साल तक सपोर्ट जारी रहेगा. हालांकि उन्होंने Mac OS 11 (Big Sur) के साथ कम्पैटिबल मैक्स की लिस्ट जारी की है:
तार्किक रूप से देखा जाए, तो हम उम्मीद करते हैं कि ऐप्पल अगले तकरीबन 7 सालों तक नए इंटेल बेस्ड मैक्स के लिए अपडेट्स जारी रखेगी. कंपनी ने ये भी कहा है कि उनके पास अभी भी रिलीज के लिए कुछ इंटेल मैक्स हैं. भले 2 सालों में कंपनी इंटेल से ऐप्पल सिलिकॉन में शिफ्ट कर जाएगी, यूजर्स इस दौरान इंटेल मैक खऱीद सकेंगे.
जब से ऐप्पल ने बताया है कि वो इंटेल छोड़ रहा है, तब से उठने वाले कई सवालों में से ये भी एक सवाल है. नई तकनीक को तुरंत अपनाएं या नहीं, इसके पक्ष और विपक्ष में कई तरह के तर्क दिए जा रहे हैं.
सबसे अच्छा होगा कि हम इंतजार करें और देखें कि आने वाले दिनों में ऐप्पल सिलिकॉन का फर्स्ट जेनरेशन कैसा परफॉर्म करता है, मौजूदा लाइन-अप के मुकाबले ये कैसा रहता है. हमें ये भी देखना होगा कि कहीं कोई गंभीर समस्या तो पेश नहीं आती. ऐसे में हमें सेकेंड जेनरेशन डिवाइस खरीदने का मन बनाना चाहिए.
एक और अहम बात ध्यान में रखनी होगी कि आप जिस ऐप पर पूरी तरह निर्भर हैं, और नियमित इस्तेमाल करते हैं, क्या वो ऐप्पल सिलिकॉन के लिए तैयार है. जहां अभी ऐप्पल का Rosetta 2 इंटेल से सिलिकॉन में रुपांतरण को आसान बनाने के लिए तैयार किया गया है, नए डिवाइस में इंटेल बेस्ड ऐप चलाने से, ये एमुलेशन बहुत आदर्श साबित नहीं होगा.
इसके विपरीत, इस तकनीक को सीधा-सीधा अपनाने के पीछे ये भी तर्क दिया जा रहा है कि भले मैक के लिए खासतौर से ये पहला ARM बेस्ड चिप तैयार किया गया हो, ऐप्पल के पास अपने आईफोन्स और आईपैड्स के लिए अपना चिप तैयार करने का 10 सालों का अनुभव है.
इसके अलावा, आमतौर पर ऐप्पल वैसे प्रोडक्ट्स रिलीज ही नहीं करता, जो पहले वाले वर्जन से भी बुरे हों (Butterfly Keyboard को अपवाद कहा जा सकता है). पहला संकेत अच्छा और उत्साहवर्द्धक है. ऐप्पल चिप का आईपैड प्रो में जो परफॉर्मेंस है, उससे इन चिंताओं से कुछ हद तक छुटकारा मिल सकता है.
माना जाता है कि चूंकि ऐप्पल अब इंटेल से अपने प्रोसेसर नहीं खरीद रहा, और खुद का बना रहा है, तो इसकी कीमत घट जाएगी. और इसलिए उम्मीद है कि उपभोक्ता को भी जेब कम ढीली करनी पड़ेगी. ऐप्पल ने नए ऐप्पल सिलिकॉन लैपटॉप की कीमत के बारे में आधिकारिक तौर पर कोई ऐलान नहीं किया है, लेकिन हाल की नयी रिपोर्ट बताती है कि पहला ऐप्पल सिलिकॉन लैपटॉप 12 इंच का मैकबुक होगा, और इसकी कीमत बस 800 डॉलर होगी! माना जा रहा है कि इसका मुकाबला सस्ते विंडोज मशीन से होगा. ये भी अफवाह है कि 13 इंच वाला मैकबुक प्रो भी उसी वक्त रिलीज किया जाएगा और इसकी कीमत 1000 डॉलर होगी. ये मौजूदा एंट्री मॉडल मैकबुक प्रो से करीब 200 डॉलर सस्ता होगा.
अगर आप आज मैक मार्केट में इसलिए हैंक्योंकि आपका डिवाइस चल नहीं रहा, या आपके रोजमर्रा के काम को नहीं कर पा रहा, तो इंतजार मत कीजिए. इंटेल बेस्ड मैक्स के मौजूदा जेनरेशन बहुत बढ़िया हैं. ऐसे ऐप्पल सिलकॉन मैक्स को खरीदने से अच्छा है, जिसकी काबलियत के बारे में हम आश्वस्त नहीं है, कि आप इंटेल बेस्ड मैक खरीदें.
अगर आप नया मैक खरीदना चाहते हैं, लेकिन आपका मौजूदा डिवाइस अभी भी अच्छे से काम कर रहा है, तो इंतजार करना बेहतर होगा. आप कम से कम तब तक इंतजार करें जब तक ऐप्पल इसका पूरी तरह से ऐलान नहीं कर देता और ऐप्पल सिलिकॉन मैक्स का फर्स्ट जेनरेशन रिलीज नीहं कर देता. अगर वे वादे के मुताबिक शानदार हुए तो आप नए ऐप्पल सिलिकॉन मैक को खरीद सकते हैं. वैसे अभी इंटेल बेस्ड मैक खरीदने का अच्छा वक्त होगा, क्योंकि एक बार मार्केट में नया सिलिकॉन मैक्स आ जाए, तो उनकी कीमत नीचे जाने की संभावना होगी.
आप MacRumors Buying Guide का इस्तेमाल करें, और देखें कि मैक खरीदने वक्त किन चीजों का ध्यान रखा जाना चाहिए.
सिलिकॉन मैक्स रिलीज होने के बाद की नई जानकारियों के साथ हम आपके लिए इस आर्टिकल को अपडेट करते रहेंगे. हमारे साथ बने रहिए.
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