भारत सहित दुनिया भर में CoronaVirus के बढ़ते संकट के कारण Quarantine चल रहा है. इसके बाद से ही घरेलू हिंसा के मामलों में इजाफा देखने को मिला है. दुर्भाग्य से, आज ये सबसे नया और गंभीर मसला है. कई पीड़ितों को इस क्वारेन्टाइन में अपने ही अब्यूजर के साथ घर में कैद रहना पड़ रहा है.
घरेलू हिंसा, भ्रूणहत्या जैसे अपराध से जुड़े आंकड़ें चिंताजनक हैं. यूके में महिलाओं और बच्चों पर हो रही हिंसा के खिलाफ काम कर रही वेबसाइट Refuge के मुताबिक16 लाख महिलाएं पिछले साल घरेलू हिंसा की शिकार हुईं. ऐसे में लॉक-डाउन के दौरान इन महिलाओं पर घर के अंदर प्रताड़ना के बढ़ने की पूरी आशंका है”.
नेशनल हेल्पलाइन (ब्रिटेन), द हॉलाइन (अमेरिका) और बच्चों के साथ होने वाली प्रताड़ना के खिलाफ काम करने वाली NSPCC जैसी संस्थाएं इस मुश्किल वक्त में बच्चों, बूढ़ों और महिलाओं के लिए लगातार काम कर रही हैं. ताकि वे इस लॉकडाउन में सुरक्षित रहें, साथ रहें . भारत में महिलाओं और बच्चों पर हो रही घरेलू हिंसा के खिलाफ NCW यानी नेशनल कमिशन फॉर वूमन जैसी संस्था काम कर रही है
कई देशों में पूरी तरह से लॉकडाउन जारी है. ये वक्त घरेलू हिंसा के शिकार होने वाली महिलाओं के लिए बेहद कठिन है. वैसे बड़ी संख्या में देशों में घरेलू हिंसा के शिकार की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए गए हैं. जैसे फ्रांस में घरेलू हिंसा के पीड़ितों के लिए सरकार ने state हॉस्टल की व्यवस्था की है.
क्या आप या आपके किसी परिचित को घर पर Covid-19 लॉकडाउन या किसी दूसरे कारण से ‘जबरन’ रहना पड़ा रहा है, या ऐसी किसी तरह की घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ रहा है? तो घबराइए मत, कुछ लोग हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं. आज इस आर्टिकल में हम आपको कुछ बेहद जरूरी ‘एंटी-अब्यूज’ ऐप्स और हेल्पलाइन्स के बारे में बताएंगे. बस अब आप आगे आइए और हिम्मत जुटा कर जोर से कहिए, ‘बस अब और नहीं’! और मदद मांगिए.
Refuge ब्रिटेन की नेशनल डोमेस्टिक अब्यूज, यानी राष्ट्रीय घरेलू हिंसा के खिलाफ हेल्पलाइन है. आप चाहें तो 0808 2000 247 पर सीधा नेशनल हेल्पलाइन पर उनकी वेबसाइट के जरिए संपर्क कर सकते हैं. वेबसाइट पर इसी काम के लिए तैयार किया गया मैसेजिंग सर्विस है जो प्राइवेट और सेक्योर है तथा आपके पर्सनल ईमेल से अलग है. वे आपके मैसेज का जवाब 24 घंटे के भीतर देंगे, या उस वक्त देंगे जो आपके लिए सुरक्षित हो और जब आप अपने पर्सनलाइज्ड कनेक्शन डिटेल की मदद से हेल्प को एक्सेस कर सकते हैं. इस वेबसाइट में एक Quick Exit फीचर है, यदि आपको किसी वजह से चुपचाप और तुरंत वेबपेज को बंद करना पड़े तो इसका इस्तेमाल कीजिए.
अमेरिका में ये काम https://www.thehotline.org करता है. आप 1-800-799-7233 पर कॉल कर सकते हैं और यदि आप बात नहीं कर सकते तो, 22522 नंबर पर LOVEIS टेक्स्ट करें.
App-Elles एक ऐसा ऐप है जो हिंसा की शिकार महिला को व्यक्तिगत सुरक्षा देती है. फ्रांस में तैयार किया गया ये ऐप एक से अधिक भाषा में उपलब्ध है. इसमें आप अपने दोस्तों, परिजनों, इमरजेंसी नंबर और एसोसिएशन को कॉल के जरिए अपनी स्थिति बता सकती हैं. इस्तेमाल में आसान और सुरक्षित इस ऐप से आप किसी भी तरह की रिकॉर्डिंग भी कर सकती हैं जो बाद में जरूरत पड़ने पर कानूनी केस में काम आ सके. ये GPS के जरिए आपकी स्थिति का भी पता लगाता है.
आप App-Elles को एंड्रॉयड या iOS के लिये यहां से डाउनलोड कर सकते हैं.
Where Are U ऐप कई तरह के नेशनल इमरजेंसी नंबर से कनेक्ट होता है. ऐप का शुक्रिया कि अब अपने जीपीएस पोजिशन को भेजना संभव हो गया है. इसकी मदद से आप अपने सुरक्षित होने की सूचना दे सकते हैं, इमरजेंसी होने पर साइलेंट कॉल भेज सकते हैं, डेटा और जरूरी नंबर सेव कर सकते हैं. ये अंतरराष्ट्रीय रूप से काम करता है. ऐप के जरिए लोकल अथॉरिटी को संपर्क किया जा सकता है.
ये ऐप एंड्रॉयड और iOS पर डाउनलोड किया जा सकता है.
Aspire News एक फ्री ऐप है. ये मदद मांगने वाले यूजर्स के लिए गुप्त प्लेटफार्म मुहैया कराता है. आम लोगों के लिए ये एक न्यूज ऐप है और इसमें दुनिया भर की मुख्य खबरें पढ़ी जा सकती हैं. मनोरंजन और खेल इसका खास हिस्सा हैं. हालांकि, ऐप में गुप्त रूप से एक जगह होती है जो ऐप के हेल्प सेक्शन में मौजूद होती है. यहां घरेलू हिंसा के पीड़ितों के लिए काम में आने वाले रिसोर्सेज मिलेंगे. ऐप यूजर्स यहां से बस एक बटन को टच कर मदद मांग सकते हैं. किसी इमरजेंसी या खतरे की स्थिति में आप अपने लोकल इमरजेंसी नंबर ((ब्रिटेन 999 या अमेरिका 911)) पर कॉल कर सकते हैं .
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हौसला रखिए, सुरक्षित रहिए, आप अकेली नहीं हैं!
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