
WhatsApp के कारण फोन में जासूसी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल होने का खतरा पाया गया.
(CCM) — यूजर के स्मार्टफोन में चर्चित चैट ऐप WhatsApp वॉयस मिस्डकॉल के जरिए एक सॉफ्टवेयर ऑटोमैटिक इंस्टॉल हो रहा है. इससे फोन पर साइबर हमले का खतरा बढ़ गया है.
साइबर हमले का खतरा आईफोन और एंड्रॉयड दोनों फोन में पाया गया है. फेसबुक ने व्हाट्सऐप यूजर्स को तुरंत ऐप अपडेट करने को कहा है. नया वर्जन गूगल प्ले स्टोर पर जाकर अपडेट किया जा सकता है.
फेसबुक के मालिकाना हक वाली कंपनी व्हाट्सऐप मिस्ड कॉल के जरिए जो स्पाइवेयर फोन में इंस्टॉल हो रहा है, वो दरअसल इसराइली कंपनी के हाथों विकसित हुआ है. यदि कोई यूजर कॉल का जबाव नहीं देता है तब भी उसके फोन में ये सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो सकता है.
कंपनी का कहना है कि इस बग की जानकारी मई के शुरू में मिली थी. कंपनी के मुताबिक, इस सॉफ्टवेयर के जरिए फोन को हैक किया जा सकता है. यही नहीं, फोटो, वीडियो, कॉन्टैक्ट, चैट, कॉल डिटेल के साथ बैंक से जुड़ी जानकारी के भी चोरी होने का खतरा है.
व्हाट्सऐप में सेंध लगाने वाला जासूसी सॉफ्टवेयर इसराइली कंपनी एनएसओ ग्रुप ने तैयार किया है. इस कंपनी को दुनिया भर में लोग 'साइबर आर्म्स डीलर' के नाम से जानते हैं. किसी को मिस कॉल करने भर से इसे फोन में डाला जा सकता है.
'द फाइनेंशल टाइम्स' की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये एक बग था जो व्हाट्सऐप के ऑडियो कॉल फीचर में देखा गया था. कंपनी का कहना है कि इस गड़बड़ी के सामने आते ही इसे पिछले महीने फिक्स कर दिया गया था.
आखिर में, इस सेंध से दुनिया भर के कितने फोन अब तक प्रभावित हुए हैं, इसकी जानकारी फिलहाल नहीं मिली है. जान लें कि दुनियाभर में डेढ़ सौ करोड़ से अधिक लोग व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं.
Photo: © Hale Ergüvenç - 123rf.com
(CCM) — यूजर के स्मार्टफोन में चर्चित चैट ऐप WhatsApp वॉयस मिस्डकॉल के जरिए एक सॉफ्टवेयर ऑटोमैटिक इंस्टॉल हो रहा है. इससे फोन पर साइबर हमले का खतरा बढ़ गया है.
साइबर हमले का खतरा आईफोन और एंड्रॉयड दोनों फोन में पाया गया है. फेसबुक ने व्हाट्सऐप यूजर्स को तुरंत ऐप अपडेट करने को कहा है. नया वर्जन गूगल प्ले स्टोर पर जाकर अपडेट किया जा सकता है.
फेसबुक के मालिकाना हक वाली कंपनी व्हाट्सऐप मिस्ड कॉल के जरिए जो स्पाइवेयर फोन में इंस्टॉल हो रहा है, वो दरअसल इसराइली कंपनी के हाथों विकसित हुआ है. यदि कोई यूजर कॉल का जबाव नहीं देता है तब भी उसके फोन में ये सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो सकता है.
कंपनी का कहना है कि इस बग की जानकारी मई के शुरू में मिली थी. कंपनी के मुताबिक, इस सॉफ्टवेयर के जरिए फोन को हैक किया जा सकता है. यही नहीं, फोटो, वीडियो, कॉन्टैक्ट, चैट, कॉल डिटेल के साथ बैंक से जुड़ी जानकारी के भी चोरी होने का खतरा है.
व्हाट्सऐप में सेंध लगाने वाला जासूसी सॉफ्टवेयर इसराइली कंपनी एनएसओ ग्रुप ने तैयार किया है. इस कंपनी को दुनिया भर में लोग 'साइबर आर्म्स डीलर' के नाम से जानते हैं. किसी को मिस कॉल करने भर से इसे फोन में डाला जा सकता है.
'द फाइनेंशल टाइम्स' की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये एक बग था जो व्हाट्सऐप के ऑडियो कॉल फीचर में देखा गया था. कंपनी का कहना है कि इस गड़बड़ी के सामने आते ही इसे पिछले महीने फिक्स कर दिया गया था.
आखिर में, इस सेंध से दुनिया भर के कितने फोन अब तक प्रभावित हुए हैं, इसकी जानकारी फिलहाल नहीं मिली है. जान लें कि दुनियाभर में डेढ़ सौ करोड़ से अधिक लोग व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं.
Photo: © Hale Ergüvenç - 123rf.com