
भारी बारिश के बीच लोगों की मदद करने को ओला और उबर ने हाथ बढ़ाया.
(CCM) — कैब एग्रीगेटर कंपनी उबर और ओला ने मुंबई को तब चलाने की कोशिश की जब भारी बारिश ने उसकी रफ़्तार को थाम दिया था. पिछले दिनों हुई भारी बारिश में मुंबईवासी जब सड़कों और ऑफिस में फंसे थे तब इन दोनों ही कंपनियों ने लोगों फ्री राइड दी.
मुंबई में सन 2005 के बाद सबसे भयानक बारिश हुई. जिसके बाद ओला और उबर ने फ्री शेयरिंग राइड और अन्य किराए में अन्य छूट भी दी. दोनों ही कंपनियों की यह पहल इसीलिए भी सराहनीय थी क्यूंकि बारिश से बेहाल मुंबई में बेस्ट की बसों से लेकर लोकल ट्रेन तक सब कुछ थम चुका था. लोग या तो पैदल निकलने के की कोशिश कर रह थे या ऑफिस में फंसे हुए थे.
ट्रेन और मेट्रो के बंद हो जाने से लाखों लोग मुंबई की सड़कों पर फंसे थे. हालात भी बाढ़ जैसे थे. कमर और गर्दन तक पानी.
इसी समस्या से निपटने के लिए उबर ने MUMBAIRAINS नाम का एक विशेष कोड लांच कर दिया था. पेमेंट ऑप्शन से पहले इस कोड को लगाकर मुंबईकर फ्री उबर पूल राइड ले रहे थे. उबर ने इस राइड के बारे में बताने के लिए यूजर को एसएमएस से जानकारी भी दी.
देश की सबसे बड़ी राइड एग्रीगेटर सर्विस ओला ने भी कुछ ऐसा ही किया. ओला की शटल सर्विस पोवई, हीरानंदानी, भयंदर से वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे होते हुए चल रही थी. इसके अलावा यह शटल बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स, भयंदर, एयरपोर्ट, थाणे, ईस्टर्न एक्सप्रेसवे, लोअर परेल, करेंसी रोड, लालबाग, गोरेगांव हब मॉल आदि इलाकों में लोगों को पिक एवं ड्रॉप दे रही थी.
उबर और ओला ने अपनी सर्ज प्राइसिंग को भी ख़त्म कर दिया जिससे यूजर कम पैसे में यात्रा कर पा रहे थे.
Photo: © iStock.
(CCM) — कैब एग्रीगेटर कंपनी उबर और ओला ने मुंबई को तब चलाने की कोशिश की जब भारी बारिश ने उसकी रफ़्तार को थाम दिया था. पिछले दिनों हुई भारी बारिश में मुंबईवासी जब सड़कों और ऑफिस में फंसे थे तब इन दोनों ही कंपनियों ने लोगों फ्री राइड दी.
मुंबई में सन 2005 के बाद सबसे भयानक बारिश हुई. जिसके बाद ओला और उबर ने फ्री शेयरिंग राइड और अन्य किराए में अन्य छूट भी दी. दोनों ही कंपनियों की यह पहल इसीलिए भी सराहनीय थी क्यूंकि बारिश से बेहाल मुंबई में बेस्ट की बसों से लेकर लोकल ट्रेन तक सब कुछ थम चुका था. लोग या तो पैदल निकलने के की कोशिश कर रह थे या ऑफिस में फंसे हुए थे.
ट्रेन और मेट्रो के बंद हो जाने से लाखों लोग मुंबई की सड़कों पर फंसे थे. हालात भी बाढ़ जैसे थे. कमर और गर्दन तक पानी.
इसी समस्या से निपटने के लिए उबर ने MUMBAIRAINS नाम का एक विशेष कोड लांच कर दिया था. पेमेंट ऑप्शन से पहले इस कोड को लगाकर मुंबईकर फ्री उबर पूल राइड ले रहे थे. उबर ने इस राइड के बारे में बताने के लिए यूजर को एसएमएस से जानकारी भी दी.
देश की सबसे बड़ी राइड एग्रीगेटर सर्विस ओला ने भी कुछ ऐसा ही किया. ओला की शटल सर्विस पोवई, हीरानंदानी, भयंदर से वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे होते हुए चल रही थी. इसके अलावा यह शटल बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स, भयंदर, एयरपोर्ट, थाणे, ईस्टर्न एक्सप्रेसवे, लोअर परेल, करेंसी रोड, लालबाग, गोरेगांव हब मॉल आदि इलाकों में लोगों को पिक एवं ड्रॉप दे रही थी.
उबर और ओला ने अपनी सर्ज प्राइसिंग को भी ख़त्म कर दिया जिससे यूजर कम पैसे में यात्रा कर पा रहे थे.
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