Mobile Number Portability kaise kare

अगर आप अपने वर्तमान सर्विस प्रोवाइडर से परेशान होकर सेल्युलर कंपनी बदलना चाहते हैं तो यह अब बहुत आसान है. Mobile Number Portability के माध्यम से आप एक ही नंबर को रखते हुए नेटवर्क सर्विस प्रोवाइडर को बदल सकते हैं

MNP यानी मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी कैसे करें

यूनिक पोर्टिंग कोड यानी UPC जेनेरेट करें

इसके लिए अपने फोन के मैसेज बॉक्स में जाकर PORT <अपने 10-डिजिट का फोन नंबर> लिख कर 1900 पर सेंड करें. ध्यान रहें, PORT एवं मोबाइल नंबर के बीच एक स्पेस की जगह छोड़ना है. ये मैसेज भेजते ही आपको एक 8 डिजिट का नंबर मिलेगा. यह नंबर आपको 1901 से आने वाले एसएमएस में दिया जाएगा. इसमें आपको आपका UPC एवं उसकी एक्सपायरी भी दी जाएगी.

डॉक्युमेंट इकठ्ठा करें

आपको अपने एड्रेस प्रूफ के लिए वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेसं या आधार कार्ड की कॉपी देनी होगी. आप अपने पासपोर्ट भी यूज कर सकते हैं. साथ में एक तस्वीर भी चाहिए होगी.

नेटवर्क प्रोवाइडर के शोरूम पर जाएं

इस दूकान पर जाकर बस आपको एक फॉर्म भरना होगा जिसके बाद आपको एक सिम कार्ड दिया जाएगा. यह सिम कार्ड तभी लगाना होगा जब आपका वर्तमान सिम काम करना बंद कर दे.

अपने प्लान का चयन करें

कंपनियां नए उपभोक्ताओं को रिझाने के लिए कई सारे प्लान देती है. इसके लिए कई बार आपको फोन कॉल भी की जाती है. ध्यान रहे, आपको अपना प्लान अपनी जरुरत के हिसाब से चुनना होगा. सबसे खास बात यह है कि यह वो प्लान है जो आपको आम तौर पर इंटरनेट या दूकान पर नहीं दिए जाते हैं. यह स्पेशल प्लान होते हैं.

प्रोसेसिंग टाइम

भारत में अलग-अलग सर्वस प्रोवाइडर अलग-अलग टाइम लेते हैं जो 1 दिन से लेकर 5 दिन तक हो सकता है.

सिम कार्ड बदलें

जैसा की हमने पहले बताया, प्रोसेसिंग के बाद जैसे ही आपके वर्तमान सिम पर नेटवर्क आना बंद कर दे, आप अपना सिम बदल कर देख सकते हैं. अगर नया सिम लगाने पर नेटवर्क आ रहा है तो समझ जाएं की आपका नंबर पर सर्विस पोर्टेबिलिटी हो चुकी है.

Image: © igorstevanovic - Shutterstock.com.

यह भी पढ़ें
CCM (in.ccm.net) पर उपलब्ध यह डॉक्युमेंट "MNP Mobile Number Portability कैसे करें" क्रिएटिव कॉमन लाइसेंस के तहत उपलब्ध कराया गया है. जैसा कि इस नोट में साफ जाहिर है, आप इस पन्ने को लाइसेंस के तहत दी गई शर्तों के मुताबिक संशोधित और कॉपी कर सकते हैं.